Quantcast
Channel: renu rakheja – p4poetry
Browsing all 11 articles
Browse latest View live

Image may be NSFW.
Clik here to view.

जीवित या मृत ??

यह टिक टिक करती घड़ी एहसास दिलाती है कि हम हर पल मर ही तो रहें हैं एक पल हमारी ज़िंदगी से कम हो गया है क्या हम जी रहें हैं ? अगर हम नाच नहीं रहे,गा नहीं रहे प्रकृति से जुड़ नहीं रहे,महसूस नहीं कर रहे...

View Article


Image may be NSFW.
Clik here to view.

याद है?

याद है जब हम बसंत मेले में झूले पर बैठे थे ? बार बार बैठे थे पेट में गुदगुदी और हंसी रुकती ही नहीं थी झुलेवाले ने बोला ….बस रात बहुत हो चुकी….और हम हँसते हँसते घर गए आज एक बिखरा हुआ झूला देखा गुदगुदी...

View Article


Image may be NSFW.
Clik here to view.

प्रलय

जैसे शाम का बसेरा हुआ अचानक गहरे बादल उमड़ पड़े प्रलय पानी का और यादों का …..

View Article

Image may be NSFW.
Clik here to view.

आपकी ज्योति

ज़िन्दगी में अन्धेरा था आपकी छोटी सी ज्योति ने इतनी रौशनी दी और मेरे अन्दर समा गयी ,मेरी पहेली सुलझा दी इतनी आसान और मैंने बरसों बिता दिए….सुलझा ना पाई मैं नाच रहीं हूँ ,मेरा दिल गा रहा है हज़ारों फूल...

View Article

Here Are My Eyes…..

Here are my eyes Drown them in yours… Here are my lips Eclipse them with yours… Here is my skin Dissolve it in yours… Here is my heart Unite it with yours… Here are my dreams Suffuse them with yours…...

View Article


दिल के चार खाने

दिल में चार खाने ….. एक खाना है अपने लिए तुम्हारी यादें यहाँ मेह्फूस हैं जब भी अपने को अकेला महसूस करती हूँ इस खाने में डुबकी लगा लेती हूँ दूसरा खाना है तुम्हारा तुम्हारी धड़कन इस खाने में रहती है…चुरा...

View Article

कविता

तू कहाँ से आयी ,कैसे आयी ? शायद आकाश के कोई टूटते तारे से या नदी में फैलती एक तरंग से सूरज की एक कोमल किरण से या सर्द ज़िंदगी में ताप देने ,एक चिंगारी से जो भी हो एक अचूक तीर बनकर तूने मुझे निशाना...

View Article

At Last

At last The Voices died The outer ones that intrude With a confidence ,that being rude Is a balm. Like blaring horns in an endless traffic jam And worse than that…. The Inner chat- Omnipresent,in all...

View Article


अनकही

क्या बोलूँ मैं ? कैसे समझाऊँ ? शब्द तो सीमाओं से भरे हैं संवाद प्रतिबंधित हैं भावों की कुछ हदें हैं हाँ. अनकही छोड़ूँ तो अनंत सम्भावनाएँ मंडराने लगती हैं सीमाओं के छोटे से बंद डब्बे से यह लीला अचानक इस...

View Article


I Honour You

I honour you The sacred feminine. The deep,wild roots Of Mother Earth. The flowing river Of your divine spirit The smouldering fire In your belly keeping the world glowing. The eternal,kindling breath...

View Article

रोलर कोस्टर

यह एहसासों कि अनुभूति भी अजीब होती है रोलर कोस्टर जैसी कुछ रातों को एहसास होता है कि आकाश के सभी तारे मेरे अंदर समाएं हैं उनका नूर पूरी तरह मुझसे चमक रहा है और कुछ रातों को एहसास होता है इतनी छोटी हो...

View Article
Browsing all 11 articles
Browse latest View live