याद है?
याद है जब हम बसंत मेले में झूले पर बैठे थे ? बार बार बैठे थे पेट में गुदगुदी और हंसी रुकती ही नहीं थी झुलेवाले ने बोला ….बस रात बहुत हो चुकी….और हम हँसते हँसते घर गए आज एक बिखरा हुआ झूला देखा गुदगुदी...
View Articleआपकी ज्योति
ज़िन्दगी में अन्धेरा था आपकी छोटी सी ज्योति ने इतनी रौशनी दी और मेरे अन्दर समा गयी ,मेरी पहेली सुलझा दी इतनी आसान और मैंने बरसों बिता दिए….सुलझा ना पाई मैं नाच रहीं हूँ ,मेरा दिल गा रहा है हज़ारों फूल...
View ArticleHere Are My Eyes…..
Here are my eyes Drown them in yours… Here are my lips Eclipse them with yours… Here is my skin Dissolve it in yours… Here is my heart Unite it with yours… Here are my dreams Suffuse them with yours…...
View Articleदिल के चार खाने
दिल में चार खाने ….. एक खाना है अपने लिए तुम्हारी यादें यहाँ मेह्फूस हैं जब भी अपने को अकेला महसूस करती हूँ इस खाने में डुबकी लगा लेती हूँ दूसरा खाना है तुम्हारा तुम्हारी धड़कन इस खाने में रहती है…चुरा...
View Articleकविता
तू कहाँ से आयी ,कैसे आयी ? शायद आकाश के कोई टूटते तारे से या नदी में फैलती एक तरंग से सूरज की एक कोमल किरण से या सर्द ज़िंदगी में ताप देने ,एक चिंगारी से जो भी हो एक अचूक तीर बनकर तूने मुझे निशाना...
View ArticleAt Last
At last The Voices died The outer ones that intrude With a confidence ,that being rude Is a balm. Like blaring horns in an endless traffic jam And worse than that…. The Inner chat- Omnipresent,in all...
View Articleअनकही
क्या बोलूँ मैं ? कैसे समझाऊँ ? शब्द तो सीमाओं से भरे हैं संवाद प्रतिबंधित हैं भावों की कुछ हदें हैं हाँ. अनकही छोड़ूँ तो अनंत सम्भावनाएँ मंडराने लगती हैं सीमाओं के छोटे से बंद डब्बे से यह लीला अचानक इस...
View ArticleI Honour You
I honour you The sacred feminine. The deep,wild roots Of Mother Earth. The flowing river Of your divine spirit The smouldering fire In your belly keeping the world glowing. The eternal,kindling breath...
View Articleरोलर कोस्टर
यह एहसासों कि अनुभूति भी अजीब होती है रोलर कोस्टर जैसी कुछ रातों को एहसास होता है कि आकाश के सभी तारे मेरे अंदर समाएं हैं उनका नूर पूरी तरह मुझसे चमक रहा है और कुछ रातों को एहसास होता है इतनी छोटी हो...
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